- सिंचाई योजना से वंचित 13 पंचायतों को जोडने के लिए ज्ञापन देने जाने वाले थे मुख्यमंत्री को
- बाद में जिला पंचायत सदस्य नखरा कछावा ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
मनासा। प्रदेश के मुख्यमंत्री डां. मोहन यादव रविवार को रामपुरा आएं। मुख्यमंत्री को जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधी आर. सागर कछावा अपने जिला पंचायत वार्ड 9 की 13 ग्राम पंचायत सिंचाई योजना से वंचित रह गई थी। जिन्हे योजना में जुडवाने के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए रामपुरा जाने और विरोध करने का मैसेज सोशल मिडिया पर पोस्ट किया। विरोध के मैसेज को लेकर प्रशासन और पुलिस ने उनके निवासी पर दो पुलिस जवानो की डयुटी तैनात कर नजरबंद किया। वही पुलिस का कहना है कि नजरबंद नही किया नजर रखने के लिए डयुटी लगाई गई।
मुख्यमंत्री के रामपुरा आने से पहले ही सुबह 11 बजे दो पुलिस जवान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नखरा आर.सागर कछावा के निवासरत धनोतिया कॉलोनी पहूंचे। पुलिस जवान 11 बजे से ष्शाम 6 बजे तक तैनात रहे। जब मुख्यमंत्री गांव बस्सी से रवाना हुए उसके बाद कछावा के घर के सामने से पुलिस हटी। पुलिस के जनरबंद करने के बाद जिला पंचायत सदस्य नखरा कछावा रामपुरा पहुंची और एसडीएम पवन बारिया को ज्ञापन सौपा। लेकिन उनके प्रतिनिधी सागर कछावा को 7 घंटे तक नजरबंद रखा। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधी कछावा ने बताया कि मेरे जिला पंचायत वार्ड की 13 पंचायते गांधीसागर पेयजल योजना से वंचित रह गई है। जिनको योजना में ष्शामिल कर वहां कि किसानो को भी सिंचाई के लिए पानी मिले इस मांग को लेकर मै मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहा था। लेकिन पुलिस ने मुझे नजरबंद कर जाने नही दिया। किसानों की मांग को लेकर को लेकर जिला पंचायत सदस्य ने रामपुरा पहुंचकर योजना में पंचायतों को जोडने का मांग पत्र सौपा। इस मामाले में थाना प्रभारी शिव रघुवंशी ने बताया कि कछावा ने सोशल मिडिया पर विरोध करने का मैसेज पोस्ट किया था। इसलिए उन पर नजर रखने के लिए अपने स्त्रोत लगाएं गए। नजरबंद नही किया गया वे नजरबंद करने की बात गलत कर रहे है।