- नगर पालिका के रिटायर्ड कर्मचारी की दादागिरी, खुलेआम देख रहा फाईलें, सीएमओ से बदतमीजी की
- नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा सबसे निष्क्रिय अध्यक्ष साबित, शहर में चारो और चर्चा का विषय बनी स्वाति चौपड़ा की कार्यप्रणाली
नीमच। नीमच नपाध्यक्ष स्वाति चौपड़ा और उनका संचालन करने वाले उनके ससुर फैल हो चुके है। उनके कार्यकाल में वो सबकुछ हो रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। पहली नपाध्यक्ष है जिसके राज में चारो और समस्याएं ही समस्याएं है। और तो और उनके संरक्षण में नगरपालिका के एक रिटायर्ड कर्मचारी की दादागिरी देखों कि वो खुले आम शासकीय कार्य में बाधा बन सरकारी फाईलों को खोल रहा और उसे देख रहा है। और सरकारी गोपनीय फाईलों की जानकारी ले रहा है इसको किसने संरक्षण दिया और किसके संरक्षण में यह शासकीय कार्य में बाधा बन रहा है इसकी जॉंच अनिवार्य तो है ही वहीं जिसके संरक्षण में रिटायर्ड कर्मचारी ने शासकीय कार्य में बाधा बनने का कार्य किया है उसके विरूद्ध भी नियमानुसार कानूनी कार्यवाही होना आवश्यक है नहीं तो नगरपालिका की सारी गोपनीय फाईले और करोड़ो रूपयें आमदनी के साधन भी गायब हो सकते है।
नीमच नपाध्यक्ष पहली ऐसी नपाध्यक्ष है जिसे उनकी पार्टी के लोग भी पसंद नहीं कर रहे है। वो भूमियों पर ही निगाहे बनाए हुए है। शहरवासियों को समस्या से निजात दिलाने में नाकाम रहने वाली नपाध्यक्ष और उनके ससुर को भूमि के अलावा नीमच में कुछ भी नजर नहीं आ रहा है।
एक रिटायर्ड कर्मचारी जो नगरपालिका में फाईलो को इस प्रकार टटोल रहा था कि मानो वा नगरपालिका से रिटायर्ड नहीं हुआ हो और अभी कर्मचारी हो। वहीं उसने शासकीय अधिकारी सीएमओ से अभद्र व्यवहार तक किया। ऐसे में उसके विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिये। नहीं तो कोई भी मुह उठाकर आयेगा ओर नगरपालिका की फाईलों को टटोलेगा। जब से स्वाति चौपडा नपाध्यक्ष बनी है तब से नपा की फाईल अस्त व्यस्त हो रही है और फाईलों की गोपनीयता भी भंग हो रही है।
बताया जा रहा है रिटायर्ड कर्मचारी को नपाध्यक्ष व उनके ससुर के साथ ही नगपालिका के एक जिम्मेदार कर्मचारी का संरक्षण प्राप्त था जो उनके संरक्षण में ही बिना डरे खुलेआम फाईले देखने का काम कर रहे थे। जो कि कानून सही नहीं है।
कांग्रेस करेगी आंदोलन-
कॉंग्रेसजनों ने नगरपालिका में हुए घटनाक्रम को गंभीरता से लिया है। कॉंग्रेसजन आने वाले दिनों में नगरपालिका में हुए घटनाक्रम को लेकर आंदोलन करेगी और कानूनी कार्यवाही की मांग करेगी। साथ ही नगरपालिका में आये दिन हो रहे ऐसे घटनाक्रम की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिये कलेक्टर से भी शिकायत की जायेगी और मांग की जायेगी की कोई भी बाहर का व्यक्ति नगरपालिका में शासकीय दस्तावेजों का हाथ ना लगा पाये और जो फाईले नपाध्यक्ष व सीएमओ के घर रखी है वो नगरपालिका में ही निगरानी में रखी जाये।