नीमच। नीमच जिले में रबी मौसम में कृषि फसलों का रकबा 141000 हेक्टेयर है। अभी जिले में 90 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। वर्ष 2024 में 1052 मि.मि. वर्षा हुई है और फसलों की सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता को देखते हुए कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा की अध्यक्षता में उप संचालक कृषि, सहायक आयुक्त सहकारिता, जिला विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय प्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक तथा जिले की समस्त सहकारी समितियों के प्रबंधकों की बैठक कर रबी फसलों में लगने वाले उर्वरकों की मात्रा का निर्धारण कर सुचारू रूप से जिले में उर्वरक वितरण व्यवस्था बनाये रखने के निर्देशित किया गया है। जिले की समस्त सहकारी समितियों में बैनर व कृषक संगोष्ठियों के माध्यम से डीएपी के वैकल्पिक उर्वरक एनपीके व एसएसपी के उपयोग के लिए कृषकों को जागरूक किया जा रहा है।
वर्तमान में जिलें में उर्वरकों के उठाव एवं उपलब्धता की मात्रा निम्नानुसार है:-
क्र. |
उर्वरक |
उठाव की मात्रा(मे.टन.) |
उपलब्ध मात्रा(मे.टन) |
सीजन में प्राप्त कुल मात्रा(मे.टन) |
1 |
यूरिया |
13167.135 |
8347.884 |
21515.019 |
2 |
डी.ए.पी. |
2127.841 |
1681.3 |
3809.141 |
3 |
एम.ओ.पी. |
1413.6 |
1515.9 |
2929.5 |
4 |
एन.पी.के.एस. |
6045.025 |
1641.85 |
7686.875 |
5 |
एस.एस.पी. |
9509.2 |
3391.365 |
12900.565 |
|
योग |
32262.801 |
16578.299 |
48841.1 |
गत वर्ष की तुलना में एन.पी.के. उर्वरक का उठाव अधिक हुआ है, जिले में सभी उर्वरक पर्याप्त मात्राओं में उपलब्ध है। जिले में सहकारी समितियों की संख्या 68, मार्कफेड के नगद विक्रय केंद्र 04, विपणन समिति के नगद विक्रय केंद्र 04, एमपी एग्रो के नगद विक्रय केंद्र 01 इस प्रकार 76 शासकीय नगद विक्रय केंद्र एवं लगभग 70 निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों के माध्यम से सुचारू रूप से उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है।
जिले में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर द्वारा प्रति सप्ताह उर्वरकों की उपलब्धता की समीक्षा की जाकर भोपाल स्तर से मांग की गई, जिससे जिले को लगातार उर्वरक उपलब्ध होता रहा।