संबोधन में सीख: सुरक्षित भविष्य के लिए जल संरचनाओं को पुनर्जीवित करना हमारा कर्तव्य है, नदी से क्षेत्र की पहचान होती है, इसे बचाकर आप अपने क्षेत्र की पहचान को समृद्ध करेंगे- मंत्री श्री पटेल
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REPORTER:
Desk Report


  • बावनथड़ी, चंदन एवं कास नदी के उद्गम पहुंचकर किया पूजन तथा वृक्षारोपण

भोपाल। जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत नदियों के उद्गम स्थल की मानस यात्रा कर रहे पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल शनिवार को तीन नदियों के उद्गम स्थल पहुँचे। मंत्री श्री पटेल ने सिवनी ज़िले की ग्राम पंचायत शाखादेही स्थित बावनथडी नदी तथा बालाघाट ज़िले के कटंगी जनपद में अम्मा माई स्थित चंदन नदी और वारासिवनी में कास नदी के उद्गम स्थल पर पहुंचकर वृक्षारोपण, पूजन और जनसंवाद किया।

हमारा कर्तव्य नदियों की धारा बनी रहे अविरल-

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नदियों के सूखे उद्गमों के बीच बावनथड़ी के उद्गम स्थान पर स्त्रोत से बहती जलधारा आनंदित और आशान्वित करने वाली थी। यह हम सबका कर्तव्य है कि यह धारा अविरल बनी रहे। नदी से क्षेत्र की पहचान होती है, इसे बचाकर आप अपने क्षेत्र की पहचान को समृद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षित भविष्य के लिए जल संरचनाओं को पुनर्जीवित करना हमारा परम कर्तव्य है।

पंचायतों की मांग पर दिए जाएंगे पौधे-

मंत्री श्री पटेल ने आश्वस्त किया कि जो भी पंचायतें पौधें मांगे उन्हें पौधे दिए जाएंगे। लेकिन पौधे जिंदा रखने की गारंटी उन्हें देना होगी। उन्होंने जल गंगा संवर्धन अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि 5 जून से 16 जून तक का अभियान जागरण का अभियान है। आगामी बारिश में हर एक नागरिक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं।

अब तक 23 नदियों के उद्गम स्थलों तक पहुँचे-

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि छोटी-छोटी नदियों के पानी के सहारे ही बड़ी नदियों का जीवन है। नदियों को बचाने के लिए उनके उद्गम स्थलों का संरक्षण ज़रूरी है अब तक वे 23 नदियों के उद्गम स्थलों तक पहुँच चुके है। नदियों के उद्गम स्थलों तक पहुँचने का उनका यह अभियान निरंतर चलता रहेगा।

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