सरवानियॉं पुलिस का निकम्‍मा चेहरा, चालान हो बनाना तो सजती है दुकान, पर यातायात अव्‍यवस्‍था पर जूं नही रेगती, सरवानियॉं में बढते रोड जाम से जनता की परेशानी की पढे खास खबर
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REPORTER:
Desk Report


सरवानियां महाराज। जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगर परिषद सरवानिया महाराज पिछले कई दिनों से यातायात पुलिस नहीं होने का खामियाजा भुगत रही है । गांव के बीच मे से एमपीआरडीसी का नीमच सिंगोली मुख्य सड़क मार्ग हैं और इसी मार्ग पर इस गांव का बाजार लगता है। वहीं दूसरी ओर एमपीआरडीसी के इस नीमच सिंगोली मार्ग पर रोजाना करीब 2000 से अधिक वाहन इधर से उधर निकलते हैं ऐसी स्थिति में इस सड़क किनारे बसे दुकानदारों ने सड़क को सकरा कर दिया है। दुकानदारों की ऐसी स्थिति है कि उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र वाली जमीन पर तो पक्का निर्माण कर लिया उसके बाद बची हुई जगह पर चद्दर का छप्पर उतार दिया और इतना करने के बाद भी जो बची हुई जगह उस पर अपने टीम टाम जमा दिए और फिर यहॉ  आस पास के गांवों से आने वालेे लोगों की भीड़ ने किसी ने ट्रैक्टर खड़ा कर दिया, किसी ने मोटरसाइकिल खड़ी कर दी किसी ने मोटर कार खड़ी कर दी किसी ने जीप खड़ी कर दी तो किसने ट्राली छोड़ दी जिसके कारण ऐसी स्थिति में नियमित रोड से आने जाने वाले वाहनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है । कई बार जाम लगने जैसी स्थिति हो जाती तो है ।

चालान बनाना हो तो सजा लेते दुकान
यहां पर पुलिस तो है लेकिन वह खाकी वर्दी वाली है इसलिए वह यह कार्रवाई करती नहीं है ।अगर सफेद वर्दी वाली पुलिस होती तो निश्चित रूप से यंहा प्रभावी कार्रवाई करती ताकि मुख्य मार्ग जाम होने से बच जाता। ऐसी स्थिति को देखकर हो सकता है की आनेवाले दिनों में वाहन चालकों को लामबंद होकर यंहा यातायात पुलिस व्यवस्था कराने के लिए जिला प्रशासन के सामने बात रखनी पड़े  धरना प्रदर्शन करना पड़े।

यंहा चोकी तो है पर यंहा सालों से जमे हुए पुलिस कर्मी नवागत लोगों के कान में भी उंदा सुंदा पाठ पड़ देता है जिसके चलते मामला दब जाता है। सालों से जमा ये पुलिसकर्मी थाने की सीट ही तभी छोड़ता है जब इसको मामले में माल नजर आता हो। बिल्ली की छींक से कहो या आसमानी सुल्तानी से कहो एक चोरी का एक मामला ट्रेस तो दुसरो ने किया पर श्रैय लेने की होड़ मे इस सालों से जमे पुलिसकर्मी ने अपने ही थाने के सिनियर अफसरों को पिछे छौड़ अपने मुंह मिया मिठ्ठू बन गया। खुद के नाम से खबरे छपवा दी मेने पकड़ा मेने पकड़ा। 
इनका कहना -
अगर जाम जैसी स्थिति है तो गलत बात है , मै एकबार बात कर देखता हूं। जिले में यातायात का एकही थाना होता है।देहाती क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था का जिम्मा उस क्षैत्र के थाने /चोकी का होता है। अगर सरवानियां मे जाम जैसी स्थिति है तो गलत बात है मे एकबार संबधित से बातकर देखता हूं।  मोहन भर्रावत, यातायात थाना प्रभारी नीमच

लापरवाही