जिम्मेदारों की मिली भगत, बच्चे धो रहे मध्यान भोजन की थालीयॉं,  अव्यवस्थाओं का पर्याय बनता जा रहा शहर का शासकीय प्राथमिक व मिडिल स्कूल, प्रभारी एचएम की मिलीभगत से बिगड़ रहे हालात
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REPORTER:
Desk Report


सरवानिया महाराज । शहर के शासकीय मिडिल स्कूल में इन दिनों लापरवाहीयों का आलम चरम पर है ।  स्कूल के जिम्मेदारों की अपने अधिकारियों से मिलीभगत के चलते शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ।  शाला लगने का समय हो या शाला समय के दौरान कर्मचारियों का स्कूल से बाहर खुले में घूमना हो, लाखों की लागत से तैयार की गई कंप्यूटर  लैब की उपयोगिता हो या फिर  बच्चों की घटती छात्र संख्या हो  जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते यहां पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगने लगा है ।  कुछ समय के पूर्व कमिश्नर के दौरे के दौरान प्रअ के अपने ही स्टाफ ने जिस शौचालय को निरीक्षण में बताते हुए प्रधानाध्यापक गुप्ता को सस्पेंड करने में भूमिका अदा की थी उस शौचालय का आलम आज भी वही है । 
कन्या प्राथमिक में बच्चे धो रहे है थालिया
शासन द्वारा कई बार मध्यान भोजन समूह संचालकों के साथ साथ शाला के जिम्मेदारों को स्पष्ट तौर से यह आदेश किया गया है कि किसी भी स्थिति में बच्चों से झूठी थालीया नहीं  धूलवाई जाए बावजूद इसके संस्था के प्रमुखों की समूह संचालकों से मिलीभगत के चलते  न केवल बच्चों से थालिया धुलवाई जा रही है बल्कि कल तक मिडिल स्कूल में बच्चे धूल मिट्टी में बिना टाट के  बैठकर खाना भी खा रहे थे इस प्रकार खाना खाने को लेकर प्रधानाध्यापक से सवाल करने के बाद उनके द्वारा इस बात से नकारते हुए आज जनाब के द्वारा व्यवस्था दुरुस्त कर अपने वरिष्ठो को मोबाइल के चलकों के दिखावटी खेल दिखाए जाने का कार्य भी किया जा रहा है। 
नहीं बन रहा किचन शेड में भोजन
गत वर्ष में भी स्थानीय सरवानियॉं से उठा हुआ किचन शेड में भोजन नहीं बनने के मामले की गूंज पूरे जिले में सुनाई दी थी जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्पष्ट निर्देश के बाद भी इन प्रधानाध्यापक के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और दिखावटी तौर पर कुछ समय के लिए खाना बाहर से मंगवा कर किचन सेट के माध्यम से गर्म करते हुए सप्लाई करने का कार्य किया गया जो कुछ ही दिनों बाद बंद भी हो गया जिसके बाद से शाला के जिम्मेदार इन महोदय की समूह से स्पष्ट मिलीभगत के चलते बाहर से तैयार खाना सप्लाई करवाया जा रहा है । 
2 वर्षों में आधी हो गई छात्र संख्या
2 वर्ष पूर्व ही इस मिडिल विद्यालय के छात्रों की संख्या 300 के आसपास थी जो इस वर्ष में  166 हो चुकी है अगर यही आलम रहा तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि जल्द ही इस विद्यालय के बंद होने की नौबत भी आ सकती है । 
5 अतिशेष शिक्षक फिर भी लापरवाही का आलम
प्रधानाध्यापक कारूलाल मेघवाल  से प्राप्त जानकारी अनुसार शासन के पूर्व मापदंड अनुसार इस परिसर में कुल 5 अतिशेष शिक्षक भी कार्यरत हैं बावजूद इसके लापरवाही का आलम चरम पर है। इन अतिशेष शिक्षकों को स्कूल समय के दौरान आसानी से टाइम पास करते हुए देखा जा सकता है किंतु  प्रधानाध्यापक की निजी सांठगांठ से  संकुल में अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भी संकुल प्राचार्य  अपने संकुल अंतर्गत ही व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं संभवतः मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक का संकुल प्राचार्य पर हावी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
जो खुद प्रभारी उसने नियुक्त कर दिए प्रभारी
शाला के रिक्त पड़े प्रधानाध्यापक के पद पर वरिष्ठता अनुसार कारूलाल मेघवाल प्रभारी के रूप में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं नीमच लाईव द्वारा जानकारी संकलन के दौरान इनके द्वारा एक शाला एक परिसर होने के पश्चात भी वरिष्ठ कार्यालयों के आदेशों के विपरीत बताया गया कि इनके द्वारा शासकीय कन्या व बालक प्राथमिक के लिए पृथक से शाला के ही अध्यापक श्याम दास बैरागी को प्रभारी नियुक्त किया गया है । जबकि वरिष्‍ठ अधिकारीयों ने ऐसा कोई अधिकार प्रधानाध्‍यापक के पास नही होना बताया।
इनका कहना

  • यदि इस प्रकार की अव्यवस्था है तो यह गंभीर मामला है प्रधानाध्यापक को नोटिस दिया जा कर उचित जांच कर कार्रवाई की जाएगी ।  श्री चंदेल बीआरसी जावद
  • जिम्मेदारों व समूहों को स्पष्ट लिखित आदेशों के माध्यम से बच्चों से बर्तन  नहीं धुलाने के संबंध में  कई बार अवगत कराया गया है ।  यदि इस प्रकार की स्थिति है तो जल्द ही कार्रवाई की जाएगी ।  प्रदीप कारपेंटर जन शिक्षक

लापरवाही