मुनिश्री सुप्रभ सागर जी महाराज का चातुर्मास उपरान्त हुआ मंगल विहार
logo

REPORTER:
Desk Report


  • रिपोर्ट - प्रदीप जैन

सिंगोली/ नगर में चातुर्मास हेतु विराजमान आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से शिक्षित व वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री सुप्रभ सागर जी महाराज का शनिवार को  दोपहर 2: बजे मंगल विहार हुआ समाज के पारस जैन ने बताया कि नगर में 17 वर्षा के बाद मुनिश्री का भव्य चातुर्मास हूआ जिसमे समाजजनों ने साढे पांच माह तक धर्म प्रभावना भक्ति भाव के साथ कि। चातुर्मास पूर्ण कर आज मुनिश्री ने अचानक विहार किया संत नियमो के अनुसार समाजजनों को बिना किसी पूर्व सूचना के विहार हेतू निकल गए ओर किसी को कुछ नही बताया जैसे ही समाजजनो को मुनिश्री के मंगल विहार की जानकारी लगी तो सभी लोग संतशाला के बाहर एकत्रित हो गए साढे पांच माह का सानिध्य मिला इससे समाजजनों कि आंखें नम हो गई सभी समाजजन महाराज जी को नगर के बाहर तक छोड़ने गए मुनिश्री का मंगल विहार थडोद कि तरफ हुआ इस अवसर पर सभी महिला पुरूष युवक युवतियो सहित  समाजजन मुनिश्री के साथ चल रहे थे।

धर्म एवं संस्कृति