सरवानिया महाराज/नीमच। जिले की जावद विधानसभा इन दिनों मप्र में सुर्खियां बटोर रही है। जावद की जमीनी हकीकत को तथ्यात्मक खुलासे के साथ सिलसिलेवार तरीके से जनता के सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है। जावद से प्रतयाशी बनाए गए एक इंदौरी नेता के बारे में जनचर्चा जो कि एक हकीकत है, जावद विधानसभा क्षेत्र में जोरों पर है। कहा जा रहा है कि इंदौरी नेता कहावत तंज भरतपुरी लोटे जैसा है जो भाजपा व कांग्रेस का न हुआ, अब वो जावद की जनता का क्या होगा।
मप्र की सबसे अंतिम विधानसभा सीट पर भाजपा व कांग्रेस ने पूरा फोकस कर ताकत झौंकने का काम किया है, इस विधानसभा सीट पर बाहुबल से अधिक धन बल का उपयोग होता है। वर्तमान में यहां प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने इंदौरी नेता समंदर पटेल को मौका दिया है, जिन्होंने को अपना गृह क्षेत्र बताने के लिए यहां काफी कृषि भूमि खरीदकर अपने आप को यहां का निवासी बताने की कोशिश की है और मतदाता सूची में भी नाम जुड़वाया है, इन्हें कांग्रेस ने जनता के बीच प्रतयाशी बनाकर भेजा है लेकिन स्थानीय प्रत्याशी नहीं होने के कारण इस बाहरी प्रत्याशी का यहां जमकर विरोध हो रहा है। इन दिनों विधानसभा क्षेत्र में जनचर्चा है कि समंदर पटेल पहले कांग्रेस में थे लेकिन साल 2018 में कांग्रेस से बगावत कर कांग्रेस को हार का सामना करने पर मजबूर कर दिया। पटेल की बगावत के कारण ही कांग्रेस के तत्कालीन प्रत्याशी रहे राजकुमार अहीर को भाजपा के ओमप्रकाश सकलेचा ने महज 4271 मतों से हार का मुंह देखना पड़ा था। बाद में कांग्रेस के बागी समंदर पटेल तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए और कांग्रेस को जमकर मुंह चिढ़ाया। विधानसभा चुनाव के कुछ माह पूर्व ही समंदर पटेल का एक बार फिर भाजपा से मोह भंग हो गया या यूं कहे कि अपनी दाल गलती नहीं दिखी तो भाजपा को छोड़कर पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की मौजूदगी में भोपाल में कांग्रेस में शामिल हो गए और अब पैसों के दम पर टिकट भी ले आए। उनके इस कारनामे के बाद जनता के मन में अविश्वास की भावना है कि जो इंदौरी नेता कांग्रेस व भाजपा का न हुआ वो जनता का क्या होगा?
समंदर को पटवारी, चौरसिया व नूरी खान ने दी ताकत-
कांग्रेस के पूर्व बागी और जावद से वर्तमान प्रत्याशी समंदर पटेल को कांग्रेस में लाने और उसे ताकत देने का काम पूर्वमंत्री व राऊ विधायक जीतू पटवारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया व जिला प्रभारी नूरी खान ने किया। इन्हीं की शह पर पटेल वर्तमान में जावद से कांग्रेस के स्थानीय व सशक्त दावेदारों की छाती पर मूंग दल रहे हैं और बगावत के बाद भी पार्टी से टिकट लाने में सफल रहे हैं।
जावद की जनता को समर्पित: भरतपुरी लोटे जैसा है इंदौरी नेता!, जो भाजपा-कांग्रेस का न हुआ वो अब जनता का क्या होगा?...पढ़े नीमच लाइव के प्रबंध संपादक कमलेश जैन की कलम से यह खास खबर...
REPORTER:कमलेश जैन

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