सरवानिया महाराज । सरवानिया महाराज में पुलिस की कार्यशैली को लेकर आमजन के बीच लगातार पेठ गिरती जा रही है कई मौकों पर स्थानीय पुलिस की कार्यशैली प्रशासनिक व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार के लिए पोल खोलने वाली होती है ।
आज ही के ताजा घटनाक्रम की माने तो गणतंत्र दिवस के मौके पर नगर सरवानिया महाराज में सभी स्कूलों के बच्चों के द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाती है जिसमें बच्चों के द्वारा कई प्रकार की तैयारियां के द्वारा अलग-अलग प्रकार की झांकियां प्रभात फेरी के साथ ही प्रस्तुवत कर स्वतंत्रता दिवस के संबंध में एक संदेश जनता के बीच रखा जाता है ।
नगर में बच्चों की अधिक संख्या एवं छोटे छोटे बच्चोंं के रैली के दौरान उनकी सुरक्षा व बतौर ट्रेफिक व्यवस्थां को लेकर स्थानीय पुलिस की एक जिम्मेंदारी होती है जिसमें पूर्व से जानकारी प्राप्त कर फेरी से पूर्व पुलिस स्थानीय स्टाफ की ड़यूटी तय करती है । विगत एक वर्ष के दौरान इस प्रकार के सार्वजनिक अवसर पर पुलिस की अदूरदर्शिता स्प्ष्ट दिखाई देती रही है लेकिन आज जिस प्रकार से शासकीय स्कूल के बच्चों की फेरी के बीच जिस प्रकार से अनियंत्रित ट्राफिक व वाहन घुस रहे थे वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता को बढाने के साथ ही सरवानिया पुलिस की गैर जिम्मेदाराना शैली को मुखर होकर बोल रहे थे । जब स्थिति बिगड़ने की स्थिति में पहुंची तब कही जाकर सरवानिया पुलिस नजर आई और ट्राफिक को रोक रैली को निकलवाया । लेकिन वही मौके पर मौजुद आमजन की पुलिस के लिए प्रयोग किए जाने वाले शब्द यह दर्शाने को काफी है कि वर्तमान समय में सरवानिया पुलिस की पेठ जनता के बीच गिर चुकी है ।
इस दौरान जब नीमच लाइव द्वारा एसआई राजेन्द्ररसिंह सिसोदिया से उनकी जिम्मे्दारी और ड़यूटी व पूर्व तैयारी को लेकर जानकारी पूछी तो उनके द्वारा कही और आमंत्रण पर पहले जाना बताया व पूर्व जानकारी व ड़यूटी को लेकर कुछ स्पष्ट जानकारी नही बता सके । हालांकि इसके बाद पुलिस के सभी जवानों द्वारा सभी आवश्यक पाइंट पर व्यवस्था के लिए अर्लट दिखे ।
इतना तो कहा ही जा सकता है कि सवानिया पुलिस की इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना हरकत ने इनकी अलर्टनेस, जिम्मेदारी, कार्यशैली और पूर्व से लगाई जाने वाली ड़यूटी की जमीनी पोल जरूर खोली है ।