नीमच। जिले में करीब 3 दिन पूर्व एक निजी स्कूल में निरीक्षण के दौरान एक बीआरसी बहक गए। उन्होंने निरीक्षण के नाम पर दौरान निरीक्षण स्कूल स्टॉफ से बदतमीजी की बल्कि निरीक्षण के नाम पर झूठा रूबाब व डर दिखाने का प्रयास किया और स्कूल के रजिस्टर व अन्य कागजात भी फेंकते हुए एक डर बताने की कौशिश की गई । इतना ही नहीं बीआरसी ने अपने आप को सुपर पॉवर बताने के चक्कर में सार्वजनिक रूप से कहा कि जिले के मंत्री और विधायक मेरी जेब में हैं, मैं किसी नहीं डरता। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। और सुत्र बताते है कि अधीनस्थ जनशिक्षकों की बैठक के दौरान भी इस अधिकारी ने सभी को उसका डर कायम करने जैसी शैली निरीक्षण के नाम पर अपने के हिंट अप्रत्यक्ष रूप से दिये है ।
राज्य शिक्षा केंद्र की मॉनीटरिंग में जिला शिक्षा केंद्र नीमच ने गत दिनों रिक्त पदों पर पूर्ति की। जिले सभी विकासखंड में बीआरसी सहित अन्य दायित्व सौंपे एवं संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदारियों के निर्वहन का पाठ पढ़ाया लेकिन दायित्व मिलने के बाद कुछ अधिकारी व कर्मचारी पद और पॉवर के घमंड में चूर हो चुके हैं। ऐसी ही कहानी बयां करती एक घटना इन दिनों जिले के शिक्षा विभाग, प्रशासन एवं निजी स्कूलों के संचालकों में काफी चर्चाओं में हैं और संबंधित घटना के जिम्मेदार की चहुंओर निंदा व भर्त्सना हो रही है। सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित एक नगरीय क्षेत्र में करीब 3 दिन पूर्व सोमवार को एक बीआरसी ने एक निजी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत से ही बीआरसी भड़के व बहके हुए नजर आए। बीआरसी ने कलेक्टर साहब से भी अधिक प्रभावी बनने का प्रयास किया और निरीक्षण के लिए स्कूल परिसर में काफी तेज गति से अपने वाहन से दस्तक दी और स्कूल परिसर में प्रवेश करते हुए स्कूल स्टॉफ व अन्य को चमकाने का भरपूर प्रयास किया। इस प्रयास में वे ये भी भूल गए कि महिलाओं से किस तरह संवाद स्थापित करना चाहिए व बातचीत करना चाहिए। उन्होंने कक्षाओं में पहुंचकर स्थिति जानी लेकिन वे पूरे समय भड़के रहे और अपने पॉवरफूल होने की दुहाई देते रहे। उन्होंने स्कूल में निरीक्षण के लिए प्रस्तुत किए रजिस्टरों व कागजातों को फेंक दिया और दो टूक शब्दों में कहा कि मैं किसी से नहीं डरता। जिले के मंत्री व विधायक तो मेरी जेब में हैं, कोई मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता।
शुरू से आखिरी तक रट लगाई- एक नोटिस मिलेगा तो मुझे अच्छी तरह से जान जाओगे-
बीआरसी ने जिस स्कूल का निरीक्षण किया, वहां की प्रभारी एक महिला है। साथ ही अन्य स्टॉफ में भी अधिकांश महिला सदस्य है। इसके बावजूद बीआरसी ने कुछ लिहाज व सभ्यता नहीं दिखाई। वे मुंह में आने वाले हर अपशब्द को बयां करते रहे। निरीक्षण की शुरुआत से आखिरी तक उनका स्कूल प्रबंधन व स्टॉफ से कहना था कि तुम मुझे जानते नहीं हो। एक नोटिस मिलेगा तो मुझे अच्छी तरह से जान जाओगे।
प्रभारी डीपीसी के संज्ञान में समूचा मामला-
बीआरसी के बोल बिगड़ने व बदतमीजी का पूरा मामला जिले के प्रभारी डीपीसी प्रलय कुमार उपाध्याय की जानकारी में है। स्कूल प्रबंधन व नगर के जिम्मेदार नागरिकों व अभिभावकों ने बीआरसी द्वारा अंजाम दिए गए घटनाक्रम की संपूर्ण जानकारी जिले के प्रभारी डीपीसी को दी। साथ ही मोबाइल पर ही उनके समक्ष आक्रोश भी जताया। इस पर प्रभारी डीपीसी ने घटनाक्रम की जांच करने और संबंधित बीआरसी को समझाइश देने की बात कहकर मामले को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया लेकिन बीआरसी की इस हरकत से लोगों में काफी नाराजगी है। वहीं भाजपा के बड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं तक भी इस घटना की जानकारी पहुंची है और मंत्री, विधायक को जेब में रखने वाली बात उन्हें नागंवार गुजरी है।
नाम में सत्य रखने वाले और खुद को अधिकारी के नाम आताताई दिखाने वाले इस अधिकारी के कारनामों की घाट क्षेत्र की फेहरिस्त जल्द नीमच लाइव पर पढ़े ..... खुलेगी इसके कारनामों की पोल.... बने रहे नीमच लाइव के साथ ।